Sunday, July 22, 2012




काश तुम्हे पता होता कि कितना प्यार करते है तुमसे हम...!
दिल में हर घड़ी हर पल तुम्हारा ही ख्याल रहता है..
तुम्हारा मुस्कुराना देख कर जी करता है कि खो जाऊ..
किसी पहाड़ की खुबसूरत वादियों में..
तुम्हारा बोलना यु लगता है जैसे कोयल गाती हो अमुवा में....
तुम्हारी ये खुबसूरत आँखे उस गहरी झील सी लगती है
जो समा जाना चाहती हो समंदर में....
हाँ...! मैं समंदर हूँ.. आओ समा जाओ मुझमे..
दोनों मिलकर खो जाए प्यार की वादियों में....
काश तुम्हे पता होता कि कितना प्यार करते है तुमसे हम...!

दिल हर पल धड़क कर यही कहता है
कि तुम मेरी हो सिर्फ मेरी
दिल चाहता है तुम हर पर हँसती रहो
खुश रहो, तुम्हे कोई दुःख न पहुंचे..
क्योकि मई तुमसे प्यार करता हु..
प्यार सिर्फ प्यार जिसमे वासना की कोई आग ना हो ..
काश तुम्हे पता होता कि कितना प्यार करते है तुमसे हम...!

ये निगाहें तुम्हे देखने तरसा करती है ..
 पता है की इस प्यार की आग में
सिर्फ मैं  रहा हूँ "सिद्धू" मगर....
काश तुम्हे पता होता कि कितना प्यार करते है तुमसे हम...!
________________________________सिद्धू_________

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