Saturday, July 21, 2012


उन्नीसवीं शताब्दी के लेखक और राजनीतिञ " टामस मैकाल" की इस उक्ति पर गौर फरमाइए:---
"मुझे कोई महलो,उद्धानो,लज़ीज़ पकवानों,मदिराओ,वाहनों,सुन्दर वस्त्रों,और सैकड़ो नौकरों-चाकरों से युक्त सम्राट घोषित करना चाहे और बदले में यह शर्त रखे कि मैं कोई पुस्तक नहीं पढ़ सकता तो ये मुझे हरगिज़ कबूल नहीं होगा।"

1 comment:

ANULATA RAJ NAIR said...

very well said....
books are man's best friend.

anu